रांची के कांके रोड स्थित बी.एड. कॉलेज में सरकारी शिक्षक की ट्रेनिंग ले रहे छात्र पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। जिसे लेकर वे कचहरी स्थित RRDE कार्यालय में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। लगभग तीन महीनों से GTTC में बगैर पानी के छात्र कई परेशानियों से घिरे हैं। उनका कहना है कि पानी की समस्या को लेकर GTTC प्रबंधन गंभीर नहीं है। कहा कि हमलोगों ने बोरिंग के लिये कई बार कार्यालय के चक्कर काटे लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

चंदा कर बोरिंग के लिए इकठ्ठे किये 50 हजार रूपये 

छात्रों ने कहा कि लगातार हो रहे पानी की समस्या से तंग आकर वे बोरिंग के लिए चंदे के पैसे इकठ्ठे करने लगे। उन्होंने 50 हजार से भी अधिक पैसे इकठ्ठा कर कॉलेज को एडवांस राशि की रूप में दिए। टूटे फूटे खिड़की दरवाजे की मरम्मत भी कराई। कहा कि 26 दिन बीत चुके हैं बोरिंग हुए। लेकिन अब तक बोरिंग में मोटर लगाने का काम नहीं किया गया। जब भी वे प्रबंधन से इसकी शिकायत लेकर जाते उन्हें केवल उलझाया जाता रहा। इतना ही नहीं RRDE प्रिंसिपल अलका जायसवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह छात्रों पर कमीशन खाने का आरोप लगाती हैं।

छात्र गंभीर बीमारी का हो रहे हैं शिकार 

छात्रों ने कहा कि पानी न होने की वजह से वे कई सप्ताह तक स्नान नहीं कर पा रहे हैं। इतना ही नहीं कई छात्र तो गंभीर बीमारी जैसे डेंगू, मलेरिया और त्वचा रोग का शिकार हो रहे हैं। हममे से कई ऐसे भी हैं जो नहाने के लिए गली मोहल्ले के सरकारी चापानल का सहारा ले रहे हैं। लेकिन स्थानीय लोगों द्वारा उन्हें ऐसा करने से मना कर दिया जाता है। कई बार तो स्थानीय से नहाने को लेकर झगड़े भी हो जाते हैं। बताया कि कॉलेज परिसर में खिड़की दरवाजे भी जर्जर अवस्था में हैं। उन्होंने कहा कि जब तक बोरिंग का बचा हुआ काम पूरा नहीं हो जाता तब तक वे कार्यालय और कॉलेज में ताला बंद कर धरना जारी रखेंगे।

हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए नीचे लिंक पर क्लिक करें।

https://chat.whatsapp.com/JFw1xz8Rrz33p6cdtYJXaT

सार- दी फॉलोअप

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *