नक्सलियों के पैसे को खपाने के फिराक से छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में ट्रैक्टर खरीदने पहुंचे नक्सलियों के एक सहयोगी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार हुआ शख्स 2 हजार के नोटों से ट्रैक्टर खरीदने का प्रयास कर रहा था. पुलिस ने उसके पास से 10 लाख रुपये दो-दो हजार के नोटों रूप बरामद किया जो एक थैले में लेकर आरोपी ट्रैक्टर के शो-रूम पहुंचा था.
पुलिस को मुखबीर ने दी सूचना
घटना के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया की, एक मुखबिर से मिली सूचना थी कि , गंगालूर एरिया कमेटी ने दो हजार रुपए मूल्य के नोटों को खपाने के लिये गंगालूर क्षेत्र के कुछ लोगों को ट्रैक्टर खरीदने के लिए शो रूम भेजा है, ट्रैक्टर का उपयोग माओवादी करने वाले थे. जिसके बाद पुलिस ने बीजापुर के सभी ट्रैक्टर शो-रूम में अपनी दबिश दी इसी दौरान जॉन डीयर के शो-रूम में एक शख्स पुलिस को देख कर भागने लगा जिसे पुलिस ने आखिर में दबोच लिया.
2 हजार के नोटों के रूप में 10 लाख और माओवादी पर्चा बरामद
उन्होंने बताया कि जब संदिग्ध व्यक्ति से पूछताछ की गई तब उसने अपना नाम दिनेश ताती बताया. पुलिस के अनुसार ताती ने बताया कि वह एक एनजीओ से जुड़ा हुआ है तथा जब उसके बैग की तलाशी ली गई तब उसमें से दो हजार रुपए के नोटोंं से भरा 10 लाख रुपए और माओवादी पर्चा बरामद किया गया.
पुलिस इस तरह के अन्य गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इन रुपयों के संबंध में पूछने पर ताती ने बताया कि उसे पालनार जनताना सरकार के अध्यक्ष मुन्ना हेमला ने छह लाख रुपए दिये था. पुलिस के अनुसार जांच में सामने आया कि मुन्ना हेमला को यह पैसा गंगालूर एरिया कमेटी के प्रभारी दिनेश मोड़ियम ने दिया था. वहीं दो लाख रुपये गंगालूर एरिया कमेटी की नक्सली शांति पुनेम और दो लाख रूपए गंगालूर एरिया मिलिशिया कमाण्ड इन चीफ पण्डरू पोटाम ने दिये थे. दो हजार रूपए मूल्य के नोटों के प्रचलन से बाहर होने के कारण लेवी वसूली की रकम को ट्रैक्टर खरीद कर खपाने की योजना थी. उन्होंने बताया कि पुलिस ने ताती को गिरफ्तार कर लिया है तथा क्षेत्र में इस तरह की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है.