-गुलाम अहमद रजा
हजारीबाग : मार्खम कॉलेज में जी-20 शिखर सम्मेलन पर एनसीसी के तत्वावधान में कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए कॉलेज की प्रधानाचार्या डॉ संध्या प्रेम ने जी-20 शिखर सम्मेलन को वसुधैव कुटुंबकम की संज्ञा दी। उन्होंने कहा जी-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करना भारत के लिए गर्व की बात है । उन्होंने कहा कि भारत शांति प्रिय देश है। जब भी किसी देशों के बीच संघर्ष होता है तो उसका परिणाम पूरे विश्व पर पड़ता है।
कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ रंजीत कुमार ने जम्मू कश्मीर में आयोजित भारत के जी-20 शिखर सम्मेलन पर विस्तृत रूप से प्रकाश डालते हुए कहा कि घाटी में जी-20 शिखर सम्मेलन के आयोजन से भारत विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है, जो आतंकवाद के खिलाफ एक मजबूत संदेश देगा। विषय प्रवेश कराते हुए कॉलेज की एनसीसी पदाधिकारी डॉ कनक रागिनी ने जी-20 शिखर सम्मेलन की कार्यप्रणाली, उद्देश्य एवं चुनौतियों पर प्रकाश डाला। कार्यशाला में सेवानिवृत्त पूर्व इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ चंदन कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में मंच संचालन व धन्यवाद ज्ञापन एनसीसी कैडेट दीप्ति कुमारी ने किया। इस अवसर पर हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ एडी सिंह समेत शिक्षकों में डॉ जीएस पांडेय, डॉ संतोष रविदास, डॉ रंजीत कुमार दास, डॉ अंतरा गुप्ता, डॉ अमृता एक्का, प्रोग्राम ऑफिसर भोला नाथ सिंह समेत एनसीसी कैडेट्स उपस्थित थे।
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