
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में वन्यजीव बचाव, पुनर्वास और संरक्षण केंद्र वनतारा का उद्घाटन किया. इस दौरान पीएम मोदी ने वनतारा की अलग-अलग सुविधाओं का निरीक्षण किया. वनतारा दो हजार से अधिक प्रजातियों और डेढ़ लाख से अधिक बचाए गए संकटग्रस्त जानवरों का घर है.पीएम मोदी ने वनतारा में विभिन्न सुविधाओं के बारे में जानकारी ली. साथ ही अलग-अलग जगहों से रेस्क्यू किए गए जानवरों की विभिन्न प्रजातियों को करीब से जाकर देखा. पीएम ने वनतारा में वन्यजीव अस्पताल का दौरा किया.पीएम मोदी ने यहां अलग-अलग प्रजाति के शेरों के शावकों को अपने हाथों से दूध पिलाया.उन्होंने जिन शावकों के साथ समय गुजारा, उनमें एशियाई शावक, सफेद शेर के शावक, काराकल शावक और क्लाउडेड तेंदुए के शावक शामिल हैं. क्लाउडेड तेंदुआ एक लुप्तप्राय प्रजाति है. पीएम ने जिस सफेद शेर के बच्चेको दूध पिलाया था, उसका जन्म केंद्र में तब हुआ था, जब उसकी मां को रेस्क्यू करके वनतारा में लाया गया था. काराकल कभी भारत में काफी संख्या में थे, लेकिन अब दुर्लभ होते जा रहे हैं. वनतारा में काराकल को एक प्रजनन कार्यक्रम के तहत पाला जाता है और उनके संरक्षण के लिए कैद में रखा जाता है और बाद में जंगल में छोड़ दिया जाता है।पीएम मोदी ने अस्पताल में एमआरआई रूम का दौरा किया और एक एशियाई शेर को एमआरआई कराते हुए देखा. इसके अलावा उन्होंने ऑपरेशन थियेटर का भी दौरा किया, यहां एक तेंदुए की सर्जरी की जा रही थी. उसे हाईवे पर किसी कार ने टक्कर मार दी थी, जिसके बाद रेस्क्यू करके उसे वनतारा लाया गया था. दूसरी जगहों से रेस्क्यू करके लाए गए जानवरों को उन जगहों पर रखा जाता है, जो उनके प्राकृतिक आवास की तरह होते हैं. वनतारा में कुछ प्रमुख संरक्षण पहलों की बात करें तो उनमें एशियाई शेर, हिम तेंदुआ, एक सींग वाला गैंडा आदि शामिल हैं.वनतारा में प्रधानमंत्री मोदी ने जानवरों के साथ वक्त बिताया. वह गोल्डन टाइगर, 4 स्नो टाइगर्स के आमने-सामने बैठे, जिन्हें एक सर्कस से रेस्क्यू किया गया था, जहां करतब दिखाते थे. पीएम मोदी ने एक ओकापी को थपथपाया और खुले में चिंपैंजी से भी मिले, जिसे पालतू जानवर बनाकर रखा गया था।
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