
रांची। कंपकपी वाले इस ठंड में हीरो महिला हाॅकी इंडिया लीग मैच ने खेल प्रेमियों में गर्मी पैदा कर दी। देर रात तक हाॅकी मैच का आनंद लेने के लिए दर्शक स्टेडियम से लेकर मोराहबादी के खुले मैदान में डटे रहे। इसी बीच हाॅकी इंडिया लीग का पहला मैच रांची माेरहाबादी स्थित मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम में रविवार को खेला गया। जिसमें पहले मुकाबले में दिल्ली और ओडिशा की टीम में आपस में भिड़ी, जिसमें ओडिशा ने 4-0 से जीत हासिल कर इसकी शानदार आगाज किया। बता दे कि 1925 में हाॅकी की इंडिया की शुरुआत हुई थी जो आज 100 वर्ष पूरा कर लिया है। इसी के साथ रांची में वीमेंस हॉकी इंडिया लीग एचआइएल खेला जा रहा है। यह मैच 12 से 26 जनवरी तक खेला जायेगा।
आतिशबाजी के बीच शुरू हुआ मैच:
रंगीन आतिशबाजी के बीच महिला हॉकी खिलाड़ियों का स्वागत किया गया। इस एचआइएल में शामिल चार महिला टीम दिल्ली एचजी पाइपर्स, ओडिशा वॉरियर्स, बंगाल टाइगर्स और सूरमा हॉकी क्लब खेल के मैदान में हॉकी का जश्न मनाने उतरी थी। मौके पर मुख्य अतिथि गांडेय विधायक कल्पना मुर्मू साेरेन के साथ चारों टीम की कप्तान नेहा गोयल, नवनीत कौर, सलिमा टेटे, उदिता ने ट्रॉफी का अनावरण किया। इस दौरान कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री हफिजुल हसन, राज्यसभा सांसद डॉ महुआ माजी, सांसद सुखदेव भगत, विधायक सीपी सिंह, सुरेश बैठा, हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप तिर्की, महासचिव भोलानाथ सिंह, ऑस्ट्रिया हॉकी फेडरेशन के डेव कैमरून आदि उपस्थित रहे।
आसमां में चांद चमक रहा है:
एचआइएल और खिलाड़ियों के स्वागत में विधायक कल्पना सोरेन ने कहा कि आसमान में जिस तरह चांद चमक रहा है, उसी तरह खेल जगत में महिला हॉकी का भविष्य चमकेगा। इसकी शुरुआत रांची से हो चुकी है। एचआइएल छोटे कस्बों और शहरों में रहनेवाली वैसी लड़कियों का ख्वाब पूरा करेगा, जो हॉकी खेलना का सपना देखती हैं। हॉकी फेडरेशन ने खेल में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए वीमेंस एचआइएल की शुरुआत की है। दर्शकों से कल्पना ने कहा कि अपनी बहन-बेटियों का उत्साह बढ़ायें। आनेवाले समय में एचआइएल बड़ा होगा। अगले सीजन में देश के उत्तर, दक्षिण, पूरब और पश्चिम के राज्यों से टीमें आयेंगी। आज नारी जिंदाबाद है।
आतिशबाजी और सांस्कृतिक विरासत:
स्टेडियम में कल्पना सोरेन ने दर्शकों में जोश भरते हुए एचआइएल की आधिकारिक शुरुआत की घोषणा रात करीब 8:27 बजे की और इसी के साथ आसमान रंगीन रोशनी से जगमगा उठा। कलाकारों ने झारखंड की लोक संस्कृति को जीवंत कर दिया। छऊ नृत्य, डमकच, झूमर, संताली नृत्य के साथ नृत्य व परेड पेश किये। वहीं डांस परेड को खेलेंगे खेलेंगे और जीतेंगे हम…, दर्शकों ने जमकर तालियां बजायी। इसके साथ ही करीब एक घंटे तक चले सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान स्टेडियम में बीम लाइट शो दिखाया गया। लाइट शो महिला सशक्तीकरण के रंग और हॉकी में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी को समर्पित रहा। बीम लाइट के जरिये भारत के तिरंगे पर आधारित शो दिखाया गया। स्टेडियम में लगी दो एलइडी स्क्रीन पर 1925 में शुरू हुई हॉकी इंडिया पर आधारित जर्नी ऑफ इंडियन हॉकी दिखायी गयी। इसमें दर्शकों को भारतीय हॉकी के इतिहास, 1928 में मिले छह ओलिंपिक मेडल और अब तक मिले 30 ओलिंपिक मेडल की कहानी साझा की गयी।
राधा श्रीवास्तव की प्रस्तुति :
उदघाटन सत्र में इंडियन आइडल फेम राधा श्रीवास्तव ने संगीतमय प्रस्तुति देकर दर्शकों का जोश जगाया। इस दौरान झारखंड के लोक गायिकी और झाॅलीवुड के गाने भी खूब बजाए गए। रात्रि दस बजे तक पूरा मोराहबादी और आस पास का क्षेत्र में भीड़ भाड़ देखने को मिला।
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