
बीजापुर । छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर को एसआईटी ने हैदराबाद में गिरफ्तार कर लिया। सुरेश चंद्राकर पेशे से ठेकेदार है। वह कांग्रेस का सदस्य भी है। मुकेश चंद्राकर और सुरेश चंद्राकर रिश्तेदार हैं। मुकेश चंद्राकर ने भ्रष्टाचार के एक मामले को उजागर किया था, जिसके बाद सुरेश ने उसकी हत्या कर दी। मामला 3 जनवरी को सामने आया। तब से ही पुलिस को सुरेश चंद्राकर की तलाश थी। मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था। एसआईटी की टीम उसे पकड़ने के लिए हैदराबाद रवाना हुई थी। रविवार की देर रात उसे वहां गिरफ्तार कर लिया गया। सुरेश के भाई रितेश चंद्राकर और दिनेश चंद्राकर के अलावा एक सुपरवाइजर को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। 33 वर्षीय मुकेश चंद्राकर फ्रीलांस पत्रकार थे। वह 1 जनवरी को लापता हो गए थे। 3 जनवरी को बीजापुर शहर के छतनपारा बस्ती में सुरेश चंद्राकर की प्रॉपर्टी पर स्थित सेप्टिक टैंक से मुकेश की लाश बरामद की गई थी। हत्या का आरोप सुरेश पर लगा था। पुलिस के मुताबिक, सुरेश चंद्राकर हैदराबाद में अपने ड्राइवर के घर पर छिपा हुआ था। उसे पकड़ने के लिए पुलिस ने 200 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले और लगभग 300 मोबाइल नंबर्स को ट्रैक किया। सुरेश चंद्राकर से अभी पूछताछ चल रही है। इसके पहले सुरेश चंद्राकर के चार बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए थे और उसके द्वारा गैर कानूनी तरीके से निर्माण किए गए यार्ड को भी ध्वस्त कर दिया गया था। कांकेर जिले में सुरेश चंद्राकर की पत्नी को भी कस्टडी में लेकर पूछताछ की जा रही है। शुरुआती जांच के मुताबिक, पत्रकार मुकेश चंद्राकर के साथ डिनर पर बहस होने के बाद उसके रिश्तेदार रितेश और सुपरवाइजर महेंद्र ने उस पर लोहे की रॉड से हमला किया। दोनों ने उसकी बॉडी को सेप्टिक टैंक में डाल दिया और इसे सीमेंट से सील कर दिया।उन्होंने मुकेश के फोन और लोहे की रॉड को भी नष्ट कर दिया, जिससे कोई सबूत न बचे। तीसरा आरोपी दिनेश टैंक को सील करने के दौरान निगरानी कर रहा था। वहीं ठेकेदार सुरेश चंद्राकर को इस हत्या का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है।
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