09 Dec 2022
रांची ।कांटाटोली फ्लाईओवर का निर्माण कार्य तमाम बधाओं के बीच तेजी से चल रहा है। अत्याधुनिक सेगमेंटल गडर प्रणाली से बन रहे कांटाटोली फ्लाईओवर का कार्य अब जमीन पर दिखने लगी है। पिछले सात माह में ही 10 पिलर यानी खंभे जमीन के ऊपर आ गये हैं। जबकि, बाधाओं के कारण पिछले साल में मात्र दो पिलर ही बन पाये थे।
कांटाटोली फ्लाईओवर 2240 मीटर लंबा योगदा सत्संग भवन से शांतिनगर तक बन रहा है। फ्लाईओवर के लिए कुल 42 पिलर बनना है। बाकी पिलर भी समय से बन जायेंगे। इसके बाद फैक्ट्री से बन कर आये 16-16 मीटर के सेगमेंटल गडर को पिलर पर रखकर फ्लाईओवर का रूप दिया जाना शुरू किया जायेगा। यह गडर चेनवाले क्रेन से पिलर पर चढ़ाया जायेगा। सबसे कठिन कार्य 16 मीटर के एक गडर को फैक्ट्री से कांटाटोली तक लाना होगा। 16 मीटर का गडर नामकुम से लाने में चौक चौराहों पर घुमाना एक कठिन कार्य होगा। जिसे प्रशासन और स्थानीय लोगों की मदद से गडर लाकर पिलर पर चढ़ाया जायेगा। अब तक 17 पाइल कैप की भी कास्टिंग हो चुकी है।
जल्द शुरू होगा सर्विस लेन बनाने का काम:
जुडको ने फ्लाईओवर बनाने वाली कंपनी मेसर्स दिनेशचंद्र अग्रवाल एंड संस को दोनों ओर सर्विस लेन बनाने के लिए अलकतरा उपलब्ध करा दिया गया है। अब जल्द ही सर्विस लेन बनाने का भी काम शुरू हो जायेगा। इससे आम लोगों को आवागमन में राहत मिलेगी। बरसात के कारण सर्विस लेन का कालीकरण नहीं हो पा रहा था।फ्लाईओवर के निर्माण कार्य में अब भी बाधाएं मौजूद है। पिछले अप्रैल माह से तीन बार पब्लिक नोटिस दिए जाने के बावजूद अब तक ना अतिक्रमण हटा और ना ही बिजली के तार, खंभे, आप्टिकल फाइबर और केबल जंक्शन बाक्स को भी नहीं हटाया गया। बावजूद इसके निर्माण कार्य करने वाली कंपनी यथासंभव तेजी से कार्य करती जा रही है। वैसे रांची नगर निगम और यातायात पुलिस का सहयोग भी काम में तेजी लाने में सहायक बन रहा है। फ्लाईओवर का निर्माण कार्य जल्द शुरू कराकर आम लोगों को राहत दिलाने के लिए टेंडर का निष्पादन भी रिकार्ड समय में किया गया।