गया : गया जिले के परैया में पुलिस की हैरान करने वाली करतूत सामने आई है। यहां एक हादसे में मृत मुस्लिम युवक का पुलिस ने बिना उसकी पहचान कराए अंदाजे से दाह संस्कार करवा दिया। युवक की पहचान नहीं की गई थी। बाद में पता चला कि युवक इस्लाम धर्म से ताल्लुक रखता था। इसके बाद परिजन पुलिस थाने पहुंच गये और अपने बेटे का शव मांगने लगे। इस मामले में गया के एसएसपी ने परैया के थानेदार, एक दारोगा और एक चौकिदार को सस्पेंड कर दिया है। जानकारी के अनुसार परैया थानांतर्गत पुरानी करीमगंज, बेल गली के रहने वाले गुलाम हैदर के पुत्र मो. शहाबउद्दीन (32) की स्कूटी से गुरारू जाते समय हुए हादसे में मौत हो गई। परैया के पास पिकअप वैन ने उसकी स्कूटी को टक्कर मार दी थी। परैया पुलिस ने शव कर पोस्टमार्टम कराकर उसे 72 घंटे तक वहां मूर्दाघर के शीतगृह में रखा। 72 घंटे के बाद भी जब शव की पहचान नहीं हुई तो पुलिस ने शव का दाह संस्कार करा दिया। घटना के बाद जब परिजनों को पता चला तो उसने बेटे के शव की मांग की लेकिन शव का तो अंतिम संस्कार हो चुका था। अब इस मामले को लेकर पुलिस के हाथ पैर फुलने लगे। मामले में मृतक के परिजनों ने एसएसपी से शिकायत करते हुए अपने बेटे का शव परैया पुलिस से दिलवाने की मांग की। इसके बाद एसएसपी ने जांच कराई जिसके बाद लापरवाही सामने आयी तो थानेदार, दारोगा और चौकीदार को नाप दिया। दारोगा और चौकीदार को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। वहीं थानेदार को निलंबित करने की अनुशंसा मगध आईजी से की गयी है।