September 27, 2024

रांची। झारखंड में लंबे समय के बाद झारखंड सुन्नी वक्फ बोर्ड का गठन 13/8/24 को हुई थी, इसकी अधिसूचना अनुसूचित जनजाति अनुसूचित जाति अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग झारखंड ने जारी किया था। झारखंड सुन्नी वक्फ बोर्ड के गठन होने के बाद 25 सितंबर 2024 को अध्यक्ष भी चुन लिया गया है। अध्यक्ष के रुप में झामुमो से गांडेय के पूर्व विधायक और राज्यसभा के सांसद डा सरफराज अहमद को चुना गया है। जिसमें नौ सदस्यों की टीम ने मतदान किये। इस चुनाव में दो ही उम्मीदवार मैदान में थे, इबरार अहमद और डा सरफराज अहमद। इस चुनाव में डा सरफराज अहमद को पांच वोट और इबरार अहमद को चार वोट प्राप्त हुए। चुनाव जीतने के बाद सरफराज अहमद को बधाई देने वालों की तांता लग गई । बधाई देने वाले में वक्फ बोर्ड के सदस्यों में इबरार अहमद, मौलाना तहजीबुल हसन ने भी बधाई दी । इसके अलावा अंजुमन इस्लामिया के अध्यक्ष हाजी मोख्तार अहमद, झारखंड प्रदेश जमीअतुल कुरेश के प्रदेश अध्यक्ष मुजीब कुरैशी , हजरत कुतुबुद्दीन रिसालदार बाबा दरगाह कमेटी के पूर्व सचिव मो फारुख, सोहेब, हाजी जाकीर, हाजी मजहर अली,जबीउल्लाह, लड्डन सहित कई लोगों ने बधाई दी।

झारखंड में वक्फ बोर्ड के ये हैं सदस्य:

झारखंड राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड में निम्न सदस्यों को नियुक्त किया गया है जिनमें डॉक्टर सरफराज अहमद राज्य सभा सांसद , मोहम्मद निजामुद्दीन अंसारी पूर्व विधायक गिरिडीह, कलाम रशिदी अधिवक्ता राज्य काउंसिल, महबूब आलम अंसारी मुताव्वली , मोहम्मद फैज़ी मुतव्वली वक्फ संपत्ति, इबरार अहमद सुन्नी मुस्लिम विद्वान , शिया मुस्लिम विद्वान, शकील अख्तर समाजसेवी और आसिफ हसन संयुक्त सचिव कार्मिक प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग को मनोनीत किया गया है।

घेराबंदी करके हराया गया इबरार को:

सुन्नी वक्फ बोर्ड के चुनाव के दौरान चार उम्मीदवार मैदान में थे । शकील अहमद ,फैज़ी, इबरार अहमद और राज्यसभा सांसद सरफराज अहमद। लेकिन अचानक इबरार अहमद को हराने के लिए दो उम्मीदवार फैजी और शकील पीछे हट गए और इस तरह से राज्यसभा सांसद सरफराज अहमद और इबरार अहमद के बीच टक्कर हो गई । हालांकि इस घेरेबंदी में इबरार अहमद की हार हुई और सरफराज की जीत। इबरार अहमद को चार वोट प्राप्त हुए। सरफराज अहमद को पांच वोट मिले।

इबरार अहमद ने कहा: कि चुनाव हारे हैं मायूस नहीं है। वक्फ बोर्ड काम करने की जगह है, पॉलीटिकल माइलेज लेने की जगह नहीं है। बहुत सारे काम बचे हैं। 24 जिला में घूम-घूम कर वक्फ संपत्ति का डीजिटलाइजेशन, रजिस्ट्रेशन , डेवलपमेंट सहित कई काम करना है, और यह सब काम के लिए सभी को समय देना होगा। साथ ही जिस तरह से शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर केरल जैसे राज्यों में वक्फ बोर्ड कम कर रही है, तो झारखंड में यह काम करें। टीम के सभी सदस्यों को अध्यक्ष को मिलकर काम करना होंगे तभी वक्फ बोर्ड का काम नजर आयेगा।

सरफराज अहमद ने कहा:

वहीं सुन्नी वक्फ बोर्ड के नवनिर्वाचित अध्यक्ष डॉक्टर सरफराज अहमद ने कहा कि जो जिम्मेदारियां मिली है उसे पूरी की जाएगी। मुझे जानकारी है की कहां कमियां है , उन कमियों को दूर किया जाएगा । बोर्ड के सभी सदस्यों का सहयोग जरूरी है, सभी के साथ मिलकर बेहतर काम किया जाएगा।

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