November 24, 2024

रांची। लगातार हो रहे मुसला धार बारिश में भी नब़ी सल्लाल्लाहु अलैहि वसल्लम के दीवाने नहीं रुके और तय समय में पैग़म्बरे इसलाम हज़रत मोहम्मद सल्लाल्लाहु अलैहि वसल्लम के योमे पैदाइश के दिन जश्ने ईद मिलादुन्नबी कांटा टोली कुरैशी मुहल्ला जमीयतुल कुरैश पंचायत कांटा टोली क्षेत्र से धूमधाम के साथ बारिश में भींगते हुए कुरैशी मुहल्ला से निकाला गया, जुलूस से पहले सलाम पढ़ा गया, वहीं पुरानी परंपरानुसार मदरसा फैजुल अनवार के बच्चों को मुहल्ला के आस पास घुमाया गया। इसके बाद सभी बड़े लोग भी जुलूस में शामिल हो गये और कांटा टोली चौक पहुंचे यहां पर कांटा टोली कुरैशी मोहल्ला जामा मस्जिद के इमाम ओ खतीब मंजूर हसन बरकती ने करीब आधा घंटा तकरीर की, इस मौके पर लोअर बाजार थाना प्रभारी दयानंद , खादगढ़ा टीओपी प्रभारी संजीव पुलिस बल के साथ मौजूद थे। जुलूस ए मोहम्मदी पत्थलकुदवा, गुदरी चौक,कर्बला चौक 11.50 बजे पहुंची, यहां कुछ मिनट रुकने के बाद जुलूस ए मोहम्मदी आगे बढ़ी, तभी सुन्नी बरेलवी सेन्ट्रल कमिटी ने एलान करते हुए कहा कि कांटा टोली कुरैशी मुहल्ला से आये जुलूस ए मोहम्मदी को आगे जाने दिया जाए , हमलोग यहीं पर कुछ देर रुकेंगे। इस तरह कांटा टोली जमीयतुल कुरैश का जुलूस ए मोहम्मदी 12.10 में चर्च रोड , महावीर मंदिर के नजदीक बनाये जा रहे पूजा पंडाल के पास पहुंची , जहां पर रांची एसडीएम उत्कर्ष कुमार , लॉ एंड ऑर्डर राजेश्वर नाथ आलोक , नगर डीएसपी के वी रमन , पुलिस बल के साथ मौजूद थे और जुलूस ए मोहम्मदी के साथ साथ काली मंदिर, महात्मा गांधी चौक से बाईं ओर मोड़ते हुए उर्दू लाइब्रेरी , इकरा मस्जिद के सामने बने मंच तक पहुंची यहां पठान तंजीम ने जोरदार स्वागत किया, ओवरब्रीज के पास निवारण पुर द्वारा शिविर लगाकर स्वागत किया गया और 1.20 में हज़रत कुतुबुद्दीन रिसालदार बाबा डोरंडा उर्स मैदान पहुंचे,यहां कांटा टोली कुरैशी मुहल्ला जामा मस्जिद के इमाम ओ खतीब मंजूर हसन बरकाती ने संबोधित किया और पैग़म्बरे इसलाम हज़रत मोहम्मद सल्लाल्लाहु अलैहि वसल्लम के जीवनी पर प्रकाश डाला। आगे उन्होंने कहा कि जश्ने ईद मिलादुन्नबी कांटा टोली कुरैशी मुहल्ला जमीयतुल कुरैश पंचायत के द्वारा इनके पूर्वजों ने ही इसकी शुरुआत की थी, हालांकि जामा मस्जिद लगभग 1908 से पहले की है तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कितना पुरानी परंपरा है जो आज उनके वंशज इसे लेकर चल रहे हैं और आगे भी यह सिलसिला जारी रहेगा। इसके बाद बरकाती ने दुआ पढ़ी और जुलूस की समाप्ति की घोषणा हुई।सुन्नी बरेलवी सेन्ट्रल कमिटी गुदरी मस्जिद ए रज़ा, गौस नगर गढ़ा टोली सहित विभिन्न क्षेत्रों से जुलूस ए मोहम्मदी निकाली गई । सभी जगहों पर शिविर लगाकर जुलूस ए मोहम्मदी का स्वागत किया गया। खिचड़ा, खीर, फीरनी, जूश, बिस्कीट,पानी वितरण किया गया और गुदरी में फूलों की बारिश किया गया।

ये लोग हुए शामिल:

एसडीएम उत्कर्ष कुमार , लॉ एंड ऑर्डर राजेश्वर नाथ आलोक , नगर डीएसपी के वी रमन ,कांटा टोली कुरैशी मुहल्ला जामा मस्जिद के इमाम ओ खतीब मौलाना मंजूर हसन बरकाती, झारखंड प्रदेश जमीयतुल कुरैश के प्रदेश अध्यक्ष मुजीब कुरैशी, जमीयतुल कुरैश पंचायत के अध्यक्ष गुलाम गौस कुरैशी, महासचिव परवेज कुरैशी, उपाध्यक्ष अफरोज लड्डन, हाफीज़ शाहिद रज़ा, वरीष्ठ सदस्य नौशाद कुरैशी,अवेश कुरैशी मुन्ना, आदिल कुरैशी, अफताब कुरैशी, तजमुल राजू कुरैशी,सोनू, सद्दाम मिठ्ठू, तंजीम, बारिक कुरैशी, बब्लू कुरैशी, युनूस, नसीरुद्दीन कुरैशी, सामु, जुल्फी ,सिकंदर, बशीर, सब्बीर, नइमुद्दीन ,अजहरुद्दीन, कमरान, दानिश, उरुब सहित सैकड़ों लोग शामिल हुए।

निर्धारित समय पर नहीं निकला जुलूस:

सुन्नी बरेलवी सेन्ट्रल कमिटी और रांची जिला उपायुक्त की मौजूदगी में जुलूस ए मोहम्मदी निकाले जाने का समय 11 बजे से 11.30 बजे तक कर्बला चौक से निकलने का तय किया गया था, लेकिन मुसला धार बारिश होने के कारण जुलूस ए मोहम्मदी में लोग बहुत देर से शामिल हुए। वहीं पीछले बार की तरह इस बार भीड़ नहीं हुई। इस तेज बारिश में दिये गये निर्धारित समय में सबसे पहले जमीयतुल कुरैश पंचायत कांटा टोली कुरैशी मुहल्ला का जुलूस ए मोहम्मदी सड़क पर निकला। वहीं तेज बारिश के कारण बहुत सारे लोग , पंचायत, संगठनें,तंजीम मस्जिदों में ही तकरीर का भव्य आयोजन किया। गिने चुने लोग द्वारा अपने क्षेत्र में पहली बार जुलूस निकाले जिस कारण से कई जगहों पर ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हुई , जबकि शांति समिति की बैठक में प्रशासन ने कहा था कि रोड जाम नहीं होने देना है। वहीं सुन्नी बरेलवी सेन्ट्रल कमिटी अध्यक्ष डॉ मौलाना ताजुद्दीन ने किसी बात को लेकर कांटा टोली कुरैशी मुहल्ला जामा मस्जिद के इमाम ओ खतीब मंजूर हसन बरकाती से नाराज हो गये और उन्हें इकरा मस्जिद के सामने बने एक मंच से उतारे दिये, इस दुर्व्यवहार से वहां पर खड़े लोगों ने डॉ मौलाना ताजुद्दीन के प्रति गुस्सा भी जाहीर किया और कहा अब इस पर्व में भी इस तरह आपस में करेंगे तो ठीक बात नहीं है। हालांकि इस मामले पर एदारे शरिया के नाज़िमे आला हज़रत मौलना कुतुबबुद्दीन रिज़वी, महासचिव अकीलुर्रहमान से जानने के लिए संपर्क किया गया लेकिन खबर लिखे जाने तक किसी ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी।

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