November 24, 2024

रांची। नामकुम थाना क्षेत्र के मौलाना आजाद कॉलोनी के गली नंबर 15 में हाजी सोहेल के बिल्डिंग में ओड़ीसा पुलिस एवं रांची पुलिस के संयुक्त प्रयास से छापेमारी की गई । पुलिस जब हाजी सोहेल के आवास पर पहुंची तब हाजी सोहेल अपने आवास पर नहीं थे वे कुछ महीने से हैदराबाद में हैं। बिल्डिंग में कई कमरे हैं जिसे किरायेदारों को दिया गया है, इसी एक कमरे में रहने वाले एक किरायेदार के यहां पुलिस ने दबीश दी है। यहां से पुलिस को करीब आठ सिम बाॅक्स और आठ सौ से अधिक सिम बरामद सहित अन्य सामग्री बरामद करने की बातें सामने आ रही थी। बताया गया कि एक बाॅक्स में 256 सिम लगते हैं। इस तरह के सिम बाॅक्स का इस्तेमाल अधिकत्तर साइबर अपराध, आतंकवादी कृत्यों, जबरन वसूली अन्य अवैध गतिविधियों और मोबाइल का मूल नंबर को छिपाने में यह मशीन मदद करती है। हालांकि खबर लिखे जाने तक यहां से किसी कि गिरफ्तारी की सूचना नहीं थी। मौके पर लोअर बाजार थाना प्रभारी दयानंद कुमार, नामकुम थाना प्रभारी ब्रह्मदेव प्रसाद, खादगढ़ा पीओपी संजीव, मंटू, तकनीकी शाखा सअनि शाह फैसल, साइबर सेल के पुलिस कर्मी देर तक छानबीन में जुटी थी ।

क्या है पूरा मामला:

दोपहर करीब एक बजे ओड़ीसा की पुलिस लोअर बाजार थाना पुलिस की मदद से कुछ मीडिया कर्मियों के साथ नामकुम थाना क्षेत्र के लोवाडीह स्थित पप्पू होटल से सटी गली पर लोकेशन ट्रेस करते हुए पहुंची। शुरुआत में आतंकी गतिविधियों के चर्चा होने से लोगों की और भीड़ बढ़ने लगी लेकिन धीरे-धीरे जानकारी हुई कि बीतें 16 अगस्त 2024 को ओड़ीसा पुलिस ने करीब 750 से ज्यादा सिम कार्ड से जुड़े ऐसे सिम बॉक्स रैकेट का भांडा फोड़ किया था और ओडिसा पुलिस ने कटक के मधुपटना स्थित बृंदवन भवन में छापेमारी करके पांच सिम बाॅक्स, 236 सक्रिय सिम 310 अतिरिक्त सिम सहित राजू मंडल की गिरफ्तारी की थी। राजू को पुलिस ने रिमांड पर लिया और उसकी निशानदेही पर ओडिसा, कटक के कई जगह छापेमारी की। 481सिम कार्ड,810अतिरिक्त स्टैंडबाय सिम कार्ड बरामद किए गये थे। भुवनेश्वर कटक कमिश्नरेट के पुलिस कमिश्नर संजीव पांडा ने इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए उन्होंने अपने स्थानीय पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा कि इस पूरे मामले का मुख्य आरोपी तीस वर्षीय असदुर जमां है।बांग्लादेश से सिम बाॅक्स स्थापित करने आये 21अक्टूबर 2023 को भारत आया था है। वहीं राजू पश्चिम बंगाल से कपड़ा बेचने के नाम पर भुवनेश्वर पहुंचा और यहां एक घर किराये पर लिया था। राजू मंडल ने असदूर जमां के माध्यम पाकिस्तान, चीन और मध्य पूर्व जैसे देशों में अंतराष्ट्रीय काॅल को बायपास करने के लिए ऐसे सिम बाॅक्स का इस्तेमाल कर रहा था।

मकान मालिक ने बताया:

2015 में रांची एसडीओ के स्टेनो पद से सेवानिवृत हुए मकान मालिक हाजी सोहेल अनवर ने बताया कि दो मई 2024 में रेंट पर दिया था राजू मंडल को । राजू मंडल ने बताया कि वे मछली का दाना वगैरा का काम करता है । उसका विभिन्न प्रदेशों में कारोबार चलता है , इसलिए उसे कई राज्यों में आना-जाना पड़ता है। राजू का पासपोर्ट , आधार कार्ड का फोटोकापी वगैरह भी मेरे पास है, लेकिन मैं अभी हैदराबाद में हूं इसलिए कुछ उपलब्ध नहीं कर सकता।

पहले भी हुई है गिरफ्तारी:

बता दें 17अक्टूबर 2023 को भी ओडिसा पुलिस रांची पुलिस की मदद से पुनदाग ओपी क्षेत्र के श्यामल विहार अपार्टमेंट में छापेमारी की थी यहां से पीयूष और निशांत की गिरफ्तारी हुई थी।

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