बांग्लादेश में सोमवार को हुए तख्तापलट ने देश को हिला कर रख दिया है। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया और राजधानी ढाका छोड़ दी है। सेना प्रमुख वकर-उज़-ज़मान ने एक टेलीविजन संबोधन में घोषणा की कि सेना एक अंतरिम सरकार का गठन करेगी।रिपोर्ट्स के अनुसार, शेख हसीना अपनी बहन शेख रेहाना के साथ देश से बाहर चली गई हैं। रविवार को बांग्लादेश की सड़कों पर हुए हिंसक झड़पों में 300 से अधिक लोगों की मौत हो गई है, हालांकि इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।इस बीच उपद्रवियों ने शेरपुर जिला जेल में घुसकर 500 कैदियों को जेल से भागने का मौका दिया। कर्फ्यू के बीच लाठी-डंडों और स्थानीय हथियारों से लैस भीड़ ने जुलूस निकाला। एक समय तो वे जिले के दमदमा-कालीगंज इलाके में स्थित जेल में घुस गए, जेल का गेट तोड़ दिया और आग लगा दी।
जेल से फरार हुए 500 कैदी
बांग्लादेश में हिंसा में कम से कम 135 लोगों के मारे जाने का अनुमान है। उत्तरी बांग्लादेश के शेरपुर जिले में लाठियों से लैस एक भीड़ ने जिला जेल में घुसकर 500 से अधिक कैदियों को छुड़ा लिया। वहीं, चटगांव में उपद्रवियों ने कम से कम छह पुलिस स्टेशनों में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। चटगांव में उपद्रवियों ने कम से कम छह पुलिस स्टेशनों पर हमला किया, तोड़फोड़ की और आग लगा दी, हथियार, गोलियां और विभिन्न उपकरण लूट लिए। ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, इसके अलावा, अवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं के घरों और अधिकारियों को भी निशाना बनाया गया।