बांग्लादेश में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे है। बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना ने ढाका छोड़ दिया है। हसीना ने किसी सुरक्षित स्थान पर पनाह ली है। बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री आवास में दाखिल हो गए हैं। इस बीच खबर यह भी है कि शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। प्रदर्शनकारियों ने कई अहम रास्तों पर भी कब्जा कर लिया है। इंटरनेट को पूरी तरह बंद दिया गया है। सरकार ने सोशल मीडिया मंच ‘फेसबुक’, ‘मैसेंजर’, ‘व्हॉट्सऐप’ और ‘इंस्टाग्राम’ को बंद करने का भी आदेश दिया है।
100 से अधिक लोगों की मौत
इससे एक दिन पहले बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों के बीच देश के विभिन्न हिस्सों में झड़पें हुईं। इन झड़पों में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। झड़पें रविवार की सुबह हुईं जब प्रदर्शनकारी ‘स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन’ के परचम तले आयोजित ‘असहयोग कार्यक्रम’ में भाग लेने पहुंचे। अवामी लीग, छात्र लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई। सेना को किया गया तैनात
इस बीच राजधानी ढाका सहित देशभर में सेना तैनात कर दी गई है। सड़कों से पुलिस को हटा दिया गया है। बांग्लादेश में लगातार खराब हो रहे हालातों के बीच सेना चीफ जनरल वकार-उज-जमान देश को संबोधित कर सकते हैं। देशव्यापी कर्फ्यू को दरकिनार कर हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी लॉन्ग मार्च के लिए ढाका के शाहबाग चौराहे पर इकट्ठा हुए हैं। इससे पहले रविवार को हुई हिंसा में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।