रांची। दो जुलाई से रांची के मोरहाबादी मैदान में डेरा डालकर लगातार अपनी विभिन्न मांगों को बुलंद करने वाले सहायक पुलिसकर्मियों ने सोमवार शाम सर्किट हाउस में सरकार के विधायको जिनमें विधायक मथुरा महतो ,राजेश कच्छप , विनोद सिंह, सुखराम उरांव , सुदिव्य सोनू के साथ वार्ता की और सहमति जताते हुए सहायक पुलिसकर्मियों के नेता विवेकानंद गुप्ता ने आंदोलन स्थगित करने की घोषणा की है। आंदोलन स्थगित करने की घोषणा करते वक्त विवेकानंद गुप्ता रोने लगे। उन्होंने सत्ताधारी दल के विधायकों से कहा कि चार साल पहले जो वादा किया गया था वह आज तक पूरा नहीं हुआ है। छह सदस्यीय टीम का नेतृत्व कर रहे पूर्व मंत्री और विधायक मथुरा महतो ने कहा कि सरकार मामले में पूरी तरह संवेदनशीलता के साथ सहायक पुलिसकर्मियों की मांग को पूरा करने की कोशिश की है। आनेवाले दिनों में होनेवाली कैबिनेट से इन प्रस्ताव को पारित कराकर जल्द इसे लागू कर दिया जाएगा।इस आंदोलन को खत्म कराने और सहायक पुलिस कर्मियों को समझने में रांची एसएसपी चंदन सिन्हा,सीटी एसपी राज कुमार मेहता ने काफी मेहनत की जिसका फलाफल भी साकारात्मक रहा।
इन प्रमुख बिंदुओं पर बैठक में बनी सहमति:
वार्ता में अगले एक वर्ष का सेवा अवधि विस्तार के साथ पुलिस, वन रक्षी,उत्पाद विभाग, होमगार्ड विभाग में 10 प्रतिशत पद सहायक पुलिस कर्मियों के लिए आरक्षित होंगे,इसके साथ-साथ आयु सीमा में भी 10 साल की छूट दी जाएगी। मानदेय की राशि में 30 प्रतिशत की होगी बढ़ोतरीआज की वार्ता में सहायक पुलिकर्मियों के मानदेय में 30 प्रतिशत की वृद्धि के साथ मेडिक्लेम की राशि को पचास हजार से बढ़ा कर एक लाख किए जाने पर सहमति बनीं। अब सहायक पुलिसकर्मियों को सामान्य दुर्घटना में होनेवाली मौत की राशि को दो लाख से बढ़ा कर चार लाख करने के साथ ही वर्दी भत्ता भी सामान्य पुलिसकर्मी की तरह सहायक पुलिस कर्मियों को भी देगी। महिला सहायक पुलिसकर्मियों को मातृत्व अवकाश का लाभ भी दिया जाएगा।