

हजारीबाग। आईसेक्ट विश्वविद्यालय, हजारीबाग के तरबा-खरबा स्थित मुख्य कैंपस सभागार में भारत और झारखंड राज्य विशेष में वन्य जीवन को लेकर शनिवार को विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग की ओर से व्याख्यान का आयोजन किया गया, जिसमें बतौर मुख्य अतिथि विभावि के जूलॉजी विभाग के प्राध्यापक डॉ राजेन्द्र मिस्त्री शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि डॉ राजेन्द्र मिस्त्री, आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीके नायक, कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद व भूगोल विभाग के प्राध्यापक डॉ सीताराम शर्मा के हाथों दीप प्रज्वलित कर किया गया। इसके बाद भूगोल विभाग की सहायक प्राध्यापिका पंकज प्रज्ञा ने फूलों का गुलदस्ता देकर मुख्य अतिथि का स्वागत किया।

वहीं डॉ सीताराम शर्मा ने विश्वविद्यालय के कुलपति व कुलसचिव को बूके देकर कार्यक्रम में स्वागत किया। विषय प्रवेश कराते हुए डॉ सीताराम शर्मा ने वन्य जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन की ओर से 2022 में वरीय वैज्ञानिक अवार्ड और महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय, चित्रकुट, मध्यप्रदेश की ओर से 2023 में कांग्रेस ऑफ जूलॉजी अवार्ड से नवाजे गए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ राजेन्द्र मिस्त्री ने वन और वन्यजीवन को ही हमारे अस्तित्व का नींव बताते हुए कहा कि पृथ्वी पर सभी जीव एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। ऐसे में वन्यजीवों का संरक्षण आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस ओर जागरूकता की भी आवश्यकता है। पर्यावरण प्रदुषण, जंगलों की कटाई, बढ़ते शहरीकरण समेत कई ऐसु वजहें हैं, जो वन्यजीव के विलुप्त होने का कारण बन रहा है, जिसपर जागरूकता के माध्यम से काफी हद तक काबू पाया जा सकता है। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पीके नायक ने वन्य जीव को लेकर सरकार के कर्तव्य और नागरिकों के कर्तव्य बताए। साथ ही कहा कि सफल जीवन के लिए वन्यजीव का संरक्षण आवश्यक है।
कुलसचिव डॉ मुनीष गोविंद ने कहा कि दरअसल कई ऐसे महत्वपूर्ण विषय हैं, जिसपर चर्चा के साथ साथ जागरूकता जरूरी है। इसी के मद्देनजर अलग अलग महत्वपूर्ण विषयों को लेकर विश्वविद्यालय में नियमित समयांतराल में व्याख्यान, सेमिनार व अन्य आयोजन कराए जाते हैं ताकि विद्यार्थियों के साथ साथ आमलोगों में भी जागरूकता लाई जा सके और बेहतर व जागरूक समाज के निर्माण में अहम भूमिका निभाई जा सके। मंच संचालन भूगोल विभाग की सह प्राध्यापिका डॉ पूनम चंद्रा व धन्यवाद ज्ञापन पंकज प्रज्ञा ने किया। मौके पर विभिन्न विभागों के डीन, प्राध्यापक-प्राध्यापिकाएं व कर्मी समेत बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद थे।
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