Wednesday, July 3, 2024

प्रभात मंत्र

Breaking News

रामगढ़ के महाभारत में तीन पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान मुख्यमंत्री आमने-सामने

25 Feb 2023


रविन्द्र उपाध्याय-संपादक @ प्रभात मंत्र

रांची : रामगढ़ के महाभारत में 3 पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान मुख्यमंत्री आमने-सामने हैं। तीन पूर्व सीएम एक ही पार्टी से आते हैं : बाबूलाल मरांडी, रघुवर दास और अर्जुन मुंडा। एनडीए प्रत्याशी सुनीता चौधरी के पक्ष में इन लोगों के द्वारा जमकर खून-पसीना बहाया जा रहा है। वहीं वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन यूपी प्रत्याशी बजरंगी महती को जिताने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। यहां मजेदार बात तो यह है कि रामगढ़ के रण में न तो भाजपा का प्रत्याशी है और न ही जेएमएम का। दीगर बात तो यह है कि इस चुनाव में दल का नहीं बल्कि सवाल गठबंधन का है। झारखंड में एनडीए गठबंधन का लाज बचाने की जिम्मेवारी भाजपा की है तो यूपीए गठबंधन का बेड़ा पार लगाने की जवाबदेही जेएमएम के कंधों पर है। यही कारण है कि रामगढ़ के चुनावी महाभारत में बीजेपी और जेएमएम में रार है-तकरार है। दोनों ओर से एक दूसरे पर शब्द रूपी बाणों से जमकर प्रहार किए जा रहे हैं। जनता की अदालत में चुनाव लड़ रहे दोनों ही पार्टियां कांग्रेस और आजसू भी अपने स्तर से हाजिरी लगा रहे हैं। इस चुनाव में झारखंड के सभी मुद्दे सर चढ़कर बोल रहा है। राज्य में यूपीए गठबंधन की ओर से खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कमान संभाले हुए हैं और विपक्ष यानी एनडीए पर वे पूरी तरह से हमलावर हैं। वहीं दूसरी तरफ एनडीए भी राज्य सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। दोनों तरफ से हमले लगातार जारी है। साथ ही शक्ति प्रदर्शन का दौर भी शुरू हो चुका है। यूपीए प्रत्याशी के समर्थन में शुक्रवार को खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जबरदस्त रोड शो करके शक्ति प्रदर्शन किया। इस रोड शो में गठबंधन में शामिल सभी मित्र दलों ने एकता का परिचय दिया। मुख्यमंत्री का रोड शो करीब 3 किलोमीटर तक हुआ। जिसमें करीब डेढ़ किलोमीटर तक नेता, कार्यकर्ताओं और गाड़ियों की लंबी कतार था। जाम को हटाने में पुलिस के भी पसीने छूट गए। रोड शो के दौरान हजारों की संख्या में नेता, कार्यकर्ता व मुख्यमंत्री के आगे हाथ में झंडा बैनर लिए हुए चल रहे थे। इस रोड शो में कांग्रेस,जेएमएम व राजद के नेता-कार्यकर्ता शामिल थे। इधर इनडीए भी लगातार रोड शो व चुनावी सभा कर अपने प्रतिद्वंदी को मात देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि रामगढ़ का ऊंट किस करवट बैठता है। यह उपचुनाव है और इसी उपचुनाव से मिशन 2024 का तस्वीर साफ होगा।