22 Feb 2023
•कांग्रेस के लिए काफी अहम है रायपुर का राष्ट्रीय महाधिवेशन
•बड़ा सवाल: क्या कांग्रेस वर्किंग कमिटी का होगा चुनाव ?
रविन्द्र उपाध्याय-संपादक @ प्रभात मंत्र
आजादी की लड़ाई से लेकर देश के नवनिर्माण में अग्रणी भूमिका का निर्वहन करने वाला एवं 138 साल पुराने कांग्रेस पार्टी का तीन दिवसीय राष्ट्रीय महाधिवेशन 24 से 26 फरवरी तक छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित है. इस बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे की टीम के गठन का खाका खींचा जाएगा. महाधिवेशन को लेकर सभी की निगाहें इस बात पर है कि कांग्रेस में सबसे पावरफुल मानी जाने जाने वाली कार्यसमिति यानी सीडब्ल्यूसी के लिए 26 साल के बाद चुनाव होंगे या फिर मनोनीत किया जाएगा. इस बात को लेकर पार्टी के अंदर बहस व मंथन का दौर जारी है. इधर कांग्रेस इस महाधिवेशन में मिशन 2024 को लेकर अपना स्पष्ट नजरिया पेश करेगा. साथ ही अभी हाल ही में राहुल गांधी द्वारा किए गए देशव्यापी भारत जोड़ो यात्रा के प्रभाव का नजीर भी प्रस्तुत किया जाएगा. क्योंकि पार्टी इस यात्रा की सफलता से काफी उत्साहित है. इस अधिवेशन में पूरे देश भर से 10 हजार से अधिक कांग्रेसी शामिल होंगे. 24 फरवरी को स्टेयरिंग कमेटी की दूसरी मीटिंग होगी. 25 फरवरी की बैठक में एआईसीसी और पीसीसी के सभी लोग शामिल होंगे. 26 फरवरी को एक विशाल जनसभा की जाएगी. अधिवेशन में भाग ले रहे एआईसीसी सदस्यों में सामान्य श्रेणी से 704, अल्पसंख्यक समुदाय से 228, ओबीसी समुदाय से 381, अनुसूचित जाति से 192, अनुसूचित जनजाति से 133, महिलाएं 235 और 50 साल से कम उम्र के 501 लोग होंगे. इस पूर्ण अधिवेशन में हजारों की संख्या में डेलीगेट व विशेष डेलीगेट भाग लेंगे. कन्याकुमारी से कश्मीर तक पदयात्रा करने वाले सभी भारत यात्री, पार्टी के अग्रिम संगठन और विभागों के पदाधिकारी बतौर विशेष आमंत्रित सदस्य बैठक में भाग लेंगे. यह अधिवेशन काफी अहम है. क्योंकि छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश के साथ कुल पांच राज्यों में इस साल विधानसभा के चुनाव है. वहीं 2024 में लोकसभा का भी चुनाव हैं. कांग्रेस इस चुनाव से पहले केंद्र सरकार को घेरने की पुख्ता रणनीति बनाने की कोशिश में भी है. इस लिहाज से यह अधिवेशन पार्टी के लिए काफी अहम है. इस अधिवेशन में आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विपक्षी एकजुटता के संदर्भ में भी चर्चा की जाएगी एवं आगे की रणनीति तय किया जाएगा. हालांकि, पार्टी का जोर है कि उसकी मौजूदगी के बिना देश में विपक्षी एकता की कोई भी कवायद सफल नहीं हो सकती. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि राष्ट्रीय अधिवेशन में बहुत सारे मुद्दे रखे जाएंगे. जिसमें कांग्रेस न सिर्फ आगे की रणनीति पर विचार करेगी, बल्कि एक लंबा खाका तैयार करके पार्टी को आगे बढ़ाने का पूरा विजन का ड्राफ्ट भी तैयार करेगी. महाधिवेशन में पार्टी भारत जोड़ो यात्रा के पूरा होने पर राहुल गांधी का भव्य स्वागत करने की योजना बनाई है और इस यात्रा में भाग लेने वालों को एआईसीसी में नामांकित किया जा सकता है. पार्टी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान का भी स्वागत किया है और कहा है कि जनता दल (यूनाइटेड) के शीर्ष नेता ने कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' के प्रभाव को स्वीकार किया है, जो बड़ी बात है. यही सब कारण है कि रायपुर अधिवेशन कांग्रेस के लिए कई मायनों में खास है. इसलिए पार्टी इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक और पूर्ण सफल बनाना चाहती है.