19 Feb 2023
प्रभात मंत्र (डकरा) : डकरा परियोजना अंतर्गत क्वार्टर नंबर बी/191 को लेकर क्षेत्र के दो सबसे बड़े ट्रेड यूनियन सीसीएल सीकेएस (बीएमएस) और जनता मजदूर संघ (एचएमएस) के बीच उत्पन्न वर्चस्व की लड़ाई अब तुल पकड़ने लगा है.बीएमएस नेता इसके लिए केडीएच के इलेक्ट्रिशियन विवेक मोती लिखार और एचएमएस डकरा के डंपर ऑपरेटर प्रभू गंझू के लिए पैरवी कर रहे हैं.यह क्वार्टर डकरा परियोजना की है लेकिन हाउसिंग कमेटी ने केडीएच के विवेक को देने पर सहमति जता चुका है लेकिन दूसरे पक्ष का कहना है कि क्वार्टर डकरा की है तो प्राथमिकता डकरा के कर्मी को मिलना चाहिए.आरोप लगाया कि हाउसिंग कमेटी ने सभी प्रकार के नियम को ताक पर रखकर सहमति बनाया है.विवाद जब बढ़ने लगा तो डकरा प्रबंधन ने निर्णय के लिए फाइल को महाप्रबंधक कार्यालय भेज दिया लेकिन महाप्रबंधक कार्यालय निर्णय लेने के बजाए फाइल पुनः डकरा को भेज दिया.इधर बीएमएस ने अब 24 फरवरी को महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है साथ ही डकरा और केडीएच के खान प्रबंधक पर आवास आवंटन के लिए मोटी रकम लेकर काम करने का आरोप लगाया है.एचएमएस ने भी 25 फरवरी को डकरा कार्यालय के समक्ष अनशन करने का निर्णय लिया.अन्य कई श्रमिक संगठन के प्रतिनिधियों ने महाप्रबंधक से नियम के आधार पर निर्णय लेने का आग्रह किया है लेकिन प्रबंधन ने इस मामले को जिस प्रकार ठंढ़े बस्ते में डाल दिया है उससे विवाद और गहराता जा रहा है.
कार्मिक अधिकारी की भूमिका संदेहास्पद
डकरा और केडीएच के कार्मिक अधिकारी एक ही व्यक्ति हैं.इस विवाद में उनके भूमिका को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है.डकरा का आवास के लिए उन्होंने केडीएच में आवेदन लिया और स्वयं डकरा रेफर किया बाद में उनके मौजूदगी में ही डकरा की हाउसिंग कमेटी ने केडीएच के कर्मी को क्वार्टर देने की सहमति जता दी और यहीं से विवाद की शुरुआत हुई
आरोप से दुखी हूं
डकरा हाउसिंग कमेटी के चेयरमैन एलएन राणा ने बताया कि इस मामले में अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है लेकिन जिस प्रकार से उन पर आरोप लगाए जा रहे हैं उससे मै बहुत दुखी हूं.