प्रभात मंत्र (वेब डेस्क)। हाल ही में बिहार के बाहुबली राजनेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन को जेल से रिहा कर दिया गया है। उन्हें सगाई के लिए पैरोल पर जेल से छुट्टी मिली थी, जहां उन्होंने अपने सरेंडर कर दिया था। जेल प्रशासन को लग रहा था कि सुबह के समय रिहाई करने पर जेल के सामने भीड़ जमा हो सकती है, इसलिए वे भोर में 4 बजे ही रिहा कर दिए गए। उन्हें गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया की हत्या के केस में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी, जिसके बाद वे 16 साल से जेल में थे।
आनंद मोहन की रिहाई के बाद उनके घर में खुशी का माहौल है। हालांकि बिहार में भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी जी कृष्णया की हत्या के मामले में सजायाफ्ता आनंद मोहन सहित 27 लोगों की रिहाई को लेकर प्रदेश की सियासत गर्म है। इस बीच, पूर्व सांसद और बाहुबली आनंद मोहन के पुत्र चेतन आनंद ने अधिकारी के परिजनों से मिलने की इच्छा व्यक्त की है।
वहीं आनंद मोहन की रिहाई पर दिवंगत डीएम जी कृष्णैया की बेटी पद्मा ने नाराजगी जताई है. हैदराबाद में कहा कि बिहार सरकार को अपने इस फैसले पर दोबारा सोचना चाहिए. सरकार ने एक गलत उदाहरण पेश किया है. ये सिर्फ एक परिवार के साथ अन्याय नहीं है, बल्कि देश के साथ अन्याय है. उनकी बेटी ने रिहाई के खिलाफ अपील करने की भी बात कही है.
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