ठंडा पड़ गया चुंगी हटाव संघर्ष समिति का विरोध, नेताओं का उतरा जोश?
प्रभात मंत्र (वेब डेस्क) : हजारीबाग शहर में हर दो कदम पर एक नेता, समाजसेवी, युवा नेता या छात्र नेता मिल जाएंगे। मगर चुंगी वसूली ने इस बात की पोल खोल कर रख दी कि ये किस स्तर के नेता हैं और ये कितनी मजबूती से किसी मुद्दे पर विरोध कर सकते हैं। दरअसल जब हजारीबाग में पहली बार चुंगी वसूली की शुरुवात हुई तो शहर के अधिकतर नेताओं ने इसका जबरदस्त विरोध किया। चुंगी के विरोधी इतने जोश में थे कि अलग-अलग पार्टियों से संबंध रखने के बावजूद सभी एक मंच पर आ गए। इस एकता के मंच को नाम दिया गया चुंगी हटाव संघर्ष समिति। प्रेस से वार्ता एवं विरोध प्रदर्शन कर सभी लोगों ने अपने चेहरे को खूब चमकाया। मगर आज चार महीनों बाद मामले में सभी बरसाती मेंढक की तरह बिल में घुसे हुए नजर आ रहे हैं।
इस संबंध में बात करने पर चुंगी हटाव संघर्ष समिति के अध्यक्ष सह युवा कॉंग्रेस जिलाध्यक्ष प्रकाश यादव ने कहा कि गलत तो हो रहा मगर क्या करें जब निगम झुकने को तैयार ही नहीं है। ना जनप्रतिनिधि सामने आए ना ही तो आम जनता। मंत्री आलमगीर आलम से भी मिले मगर कुछ हो ना सका। यदि अब भी सभी लोगों का साथ मिले तो हम फिर से संघर्ष करने को तैयार हैं। उनके इस बयान के बाद सवाल उठना जायज है कि यदि आम आदमी को ही सामने आना पड़े तो फिर इन नेताओं की क्या जरूरत है? राजनीति के जानकार बताते हैं कि यदि कोई शख्स या समूह 20 दिन लगातार भी किसी चीज के खिलाफ प्रदर्शन नहीं कर सकता है तो उसे नेता या संघर्ष समिति कहलाने का कोई हक नहीं है। ज्ञात हो कि चुंगी हटाव संघर्ष समिति का विरोध प्रदर्शन सिर्फ कुछ ही दिनों तक चला था। वहीं एकल रूप से विरोध करने वाले लोग भी कुछ खास नहीं कर पाए।
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Very good NEWS COVER IN PRABHAT MANTRA HUM LOG AP KA SAAT HU HAR NEWS GHAR BATIYA MIL JATA HA
YS KA LIYA SABHI PRESS STAFF KO BHUAT BHUAT BADHAI
IAM STATE CORDINATOR JHARKHAND PRADESH CONGRESS COMMITTEE OBC DEPARTMENT
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