रांची। तीन बार ईडी द्वारा समन भेजने के बाद भी रांची के पूर्व उपायुक्त आईएएस अधिकारी छवि रंजन ईडी के समक्ष हाजिर नहीं हो रहे हैं । इस बात को लेकर टालमटोल लगातार करते चले आ रहे हैं, लेकिन अब तीसरा समन भेजा गया है और आज ही 24 अप्रैल 2023 को ईडी के कार्यालय में उन्हें हाजिर होना है, यदि वे हाजिर नहीं होते हैं तो उनकी मुश्किलें और बढ़ जाएगी । लेकिन छवि रंजन ने तीसरी बार कोई रिस्क नहीं लेते हुए ईडी कार्यालय पहुंच चुके हैं। कुछ सूत्र यह भी अभी बता रहे हैं कि यदि छवि रंजन आज अपनी बातों को सही से नहीं रखेंगे या पूछताछ के दौरान कहीं भी कुछ संदेह हुआ तो इनकी गिरफ्तारी भी सुनिश्चित है। बता दें कि इसी संबंधित मामले में 5 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है । हालांकि खबर लिखे जाने तक छवि रंजन ईडी कार्यालय नहीं पहुंचे हैं।
क्या है पूरा मामला
बरियातू रोड में सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ और चेशायर होम रोड में एक एकड़ जमीन की खरीद-बिक्री के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। ईडी ने कोलकाता स्थित रजिस्ट्री कार्यालय के दस्तावेजों की फारेंसिक जांच करवाई है। इसमें जमीन माफिया की करतूत और फर्जीवाड़े का राज दीमकों ने खोल दिया है।पता चला है कि भूमि माफिया ने वर्ष 1932, 1933 और 1948 के दस्तावेजों में हेरफेर की है। जमीन के स्वामित्व में भी छेड़छाड़ की गई है। फॉरेंसिक जांच में पाया गया है कि 88 साल पुराने लैंड रिकार्ड के लगभग सभी पन्नों में दीमकों ने सूक्ष्म छेद कर दिए हैं। कुछ शब्द ऐसे मिट चुके हैं कि पढ़ पाना भी मुश्किल है। लेकिन, असली दस्तावेजों के बीच-बीच में कुछ पेज बैक डेट से जोड़े गए हैं, जो सही सलामत हैं। उनमें छेद भी नहीं हैं और लिखावट भी ठीक है। इस पूरे मामले की जानकारी सोशल साइट्स पर वायरल कर दिया गया है।
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