02 Dec 2022
मुम्बई : महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई के धारावी स्लम एरिया के जीर्णोद्धार का जिम्मा दुनिया के तीसरे सबसे अमीर शख्स गौतम अदाणी की कंपनी अदाणी रियल्टी को सौंपा है। कई दिग्गज कंपनियों को अदाणी रियल्टी ने धारावी स्लम के रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट की बोली जीती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महाराष्ट्र सरकार ने को धारावी पुनरुद्धार योजना के लिए प्राप्त बोलियों की घोषणा की। प्रोजेक्ट के सीईओ एसवीआर श्रीनिवास के मुताबिक इसके लिए तीन बोलियां मिली थीं। जिनमें से एक नमन ग्रुप की बोली बिडिंग के लिए क्वालिफाई नहीं कर सकी। उसके बाद अदाणी रियल्टी और डीएलएफ की बोली को खोला गया। प्रोजेक्ट के सीईओ के अनुसार अदाणी रियल्टी ने परियोजना के लिए डीएलएफ की बिड से दोगुने से भी अधिक की बोली लगाई थी। रिपोर्ट्स के अनुसार अदाणी ग्रुप की कंपनी ने धारावी योजना के पुनरुद्धार से जुड़ी परियोजना के लिए 5,069 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। वहीं, इस प्रोजेक्ट के लिए डीएलएफ ने 2,025 करोड़ रुपये की बोली लगाई। ऐसे में सबसे अधिक बोली होने के कारण परियोजना के लिए अदाणी रियल्टी का चयन किया गया। सरकार ने 17 वर्षों में धारावी स्लम एरिया के जीर्णोद्धार का लक्ष्य रखा है। सरकार ने यह परियोजना आने वाले वर्षों में मुंबई को बेहतर बनाने की दिशा में उठाया गया बड़ा कदम है। इस परियोजना पूरा होने के बाद धरावी के झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोग लाभान्वित होंगे। बता दें कि यह प्रोजेक्ट 20,000 करोड़ रुपये से अधिक का है। सरकार ने वर्ष 2019 में भी धारावी स्लम एरिया के विकास के लिए निविदा जारी की थी पर आगे चलकर उसे विभिन्न कारणों से टाल दिया गया था। मुंबई स्थित धारावी की गिनती दुनिया के सबसे बड़े स्लम एरिया के रूप में होती है। यह मुंबई के बाद्रा-कुर्ला काॅम्पलेक्स के पास है। इसके चारो ओर कमर्शियल बिल्डिंग्स हैं। मुंबई में यह स्लम एरिया ऐसी जगह पर है जिसे सोने का टुकड़ा माना जाता है। जमीन अधिग्रहण और पुनर्वास की जटिलताओं के कारण दशकों से इस इलाके का जीर्णोद्धार लटका हुआ है।
धारावी की जीर्णोद्धार परियोजना पर करीब 20 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाने हैं। सरकार ने अदाणी रियल्टी को अगले 17 वर्षों में परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य दिया है। इसके तहत पुनर्वास योजना को सात वर्षों के भीतर पूरा कर लेने लिए कहा गया है।